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![Varanasi: काशी में मनाया गया मां विशालाक्षी का प्राकट्य उत्सव, पत्तियों और गुलाब के फूलों से हुआ श्रृंगार Maa Vishalakshi's appearance festival celebrated in Kasi, decorated with leaves and rose flowers](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/09/03/harayal-sharagara-saga-mana-ma-vashalkashha-ka-parakataya-utasava_1693723085.jpeg?w=414&dpr=1.0)
हरियाली श्रृंगार संग मना मां विशालाक्षी का प्राकट्य उत्सव
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
काशी की शक्ति आदि शक्ति मां विशालाक्षी का प्राकट्य उत्सव और हरियाली श्रृंगार भाद्र पद के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 2 सितंबर, शनिवार को हुआ। इस अवसर पर मीरघाट स्थित मंदिर परिसर और जाने वाले मार्ग पर फूल पत्तियों से आकर्षक सजावट की गई थी। शाम को बसंत पूजा के साथ ही रात्रि में भजन संध्या का आयोजन हुआ।
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माता के प्राकट्य उत्सव के लिए सुबह से ही मंदिर में तैयारी शुरू हो गई थी। सुबह मंगला आरती के बाद पूर्वाह्न में माता का अभिषेक कर बेला, गुलाब के फूलों से आकर्षक श्रृंगार किया गया। इसके अलावा मंदिर परिसर को विभिन्न फूलों और कामिनी की पत्तियों से भव्य सजावट की गई थी। इस बीच मंदिर में दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा।
शाम को 11 ब्राम्हणों ने मंत्रोच्चार के बीच बसंत पूजा संपन्न किया। इसके बाद भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों ने भजनों की सुमधुर प्रस्तुति कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। रात्रि 12 बजे महंत पंडित सुरेश तिवारी ने महाआरती के बाद भक्तों में प्रसाद वितरण किया।
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