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मां गंगा की आरती
– फोटो : अमर उजाला
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वाराणसी जिसे बनारस या काशी के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर भारत के सबसे प्राचीन शहरों में से एक है। बनारस घरेलू पर्यटकों की पहली पसंद में शामिल है। हालांकि पिछले चार दिन में साढ़े चार हजार पर्यटकों ने बनारस यात्रा स्थगित की है। इसे आगे और बढ़ने की आशंका है। दरअसल, वाराणसी में गंगा की लहरें अब पर्यटकों को डरा रहीं हैं। यही वजह है कि बनारस आने की तैयारी में जुटे पर्यटकों ने यात्रा स्थगित कर दी है।
टूर ऑपरेटर व होटल कारोबारियों के मुताबिक पिछले चार दिन में साढ़े चार हजार पर्यटकों ने बुकिंग रद्द कराई है। गंगा में नौका परिचालन बंद होने की वजह से पर्यटक फिलहाल काशी की यात्रा करने से परहेज कर रहे हैं। दिल्ली निवासी मुकेश ने बताया कि उन्होंने परिवार के साथ सावन में काशी विश्वनाथ धाम आने का कार्यक्रम बनाया था।
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गंगा में नौकायन बंद होने से पर्यटक मायूस
जानकारी मिली की गंगा में नावों के संचालन पर रोक लगा दी गई है, इसकी वजह से कार्यक्रम स्थगित कर दिया। वाराणसी टूरिज्म गिल्ड के प्रवीण मेहता व पंकज सिंह बताया कि गंगा में नौका परिचालन बंद होने से पर्यटक मायूस हैं।
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