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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से एक बार फिर हिमालयी इलाकों में बारिश की संभावना बन रही है। इसके चलते 13 से 17 अक्तूबर के दौरान जम्मू-कश्मीर, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल और पंजाब के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार एक चक्रवाती प्रसार रायलसीमा और उससे सटे दक्षिण आंतरिक कर्नाटक पर बना हुआ है और इस चक्रवाती प्रसार के निचले स्तरों से कोमोरिन क्षेत्र तक एक ट्रफ रेखा जारी है। आईएमडी के अनुसार 15 से 17 अक्तूबर के दौरान उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग ने मौसम संबंधी गतिविधि को देखते हुए शुक्रवार को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल और केरल के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार जताए हैं, यानी इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका है। नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश तथा वज्रपात के आसार हैं।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की भी विदाई
मौसम विभाग के अनुसार बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। इसी तरह पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई होने का पूर्वानुमान है।
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