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Firhad Hakim
– फोटो : ANI
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केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार सुबह ममता बनर्जी सरकार के मंत्री फिरहाद हकीम और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक मदन मित्रा के आवास सहित 12 स्थानों पर छापेमारी की। शहरी विकास और नगर निकाय मामलों के मंत्री हकीम कोलकाता के महापौर भी हैं। वह तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी संगठन में अच्छा खासा प्रभाव रखते हैं।
कार्रवाई पश्चिम बंगाल में नगर निकायों द्वारा की गई भर्तियों में कथित अनियमितताओं से जुड़ी जांच के सिलसिले में की गई। केंद्रीय जांच एजेंसियों का आरोप है कि 2014 से 2018 के बीच राज्य के विभिन्न नगर निकायों ने पैसों के एवज में लगभग 1,500 लोगों को अवैध रूप से नियुक्त किया था।
अधिकारियों के मुताबिक, सीबीआई अधिकारियों की एक टीम केंद्रीय बलों की एक बड़ी टुकड़ी के साथ दक्षिण कोलकाता के चेतला इलाके में हकीम के आवास पर पहुंची। तलाशी शुरू होते ही हकीम के समर्थक उनके आवास के बाहर एकत्र हो गए और विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
सीबीआई के एक दल ने पूर्व मंत्री और उत्तर 24 परगना जिले के कामरहाटी से विधायक मित्रा के उत्तर 24 परगना जिले के भवानीपुर इलाके में स्थित आवास पर भी तलाशी ली। मित्रा का आवास चेतला में हकीम के आवास से करीब तीन किलोमीटर दूर है। पूछताछ किए जाने के बाद फिरहाद हकीम ने कहा कि मैं कोई चोर नहीं हूं। मैंने भाजपा के सामने झुकने से इनकार कर दिया है। इसलिए वह मुझे परेशान करने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इन-इन जगहों पर हुई कार्रवाई
कोलकाता, कांचरापाड़ा, बैरकपुर, हलिसहर, दमदम, उत्तरी दमदम, कृष्णानगर, ताकी, कामरहाटी, चेतला, भवानीपुर व अन्य जगह।
पहले भी हो चुकी कार्रवाई
हकीम और मित्रा दोनों को नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में सीबीआई ने 2021 में गिरफ्तार किया था। मित्रा को शारदा चिट फंड घोटला मामले में सीबीआई 2014 में भी गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले की जांच के सिलसिले में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष के आवास सहित कई स्थानों की तलाशी ली थी।
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