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आगरा: बल्केश्वर आईटीआई में लड़कियां
– फोटो : अमर उजाला
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प्रदेश में राजकीय व निजी आईटीआई में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद ने पहले चरण का सीट अलॉटमेंट जारी किया है। हालत यह है कि बिना प्रवेश के ही आईटीआई की सवा लाख सीटें खाली रहेंगी। क्योंकि प्रदेश भर में सरकारी व निजी आईटीआई में 5.33 लाख सीटें हैं जबकि प्रवेश आवेदन मात्र 4.14 लाख ही हुए हैं। प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने तक खाली सीटों की संख्या और बढ़ सकती है।
प्रदेश में 304 राजकीय और 2932 निजी आईटीआई हैं। पिछले दो महीने से अधिक से आईटीआई में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन, कई बार प्रवेश आवेदन की तिथि बढ़ाने के बाद भी सीटों के सापेक्ष भी आवेदन नहीं हुए हैं। शासन की ओर से आईटीआई को अपग्रेड करने की भी प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद भी विद्यार्थियों का अपेक्षित रुझान नहीं आ रहा है जो चिंता का विषय बना हुआ है। माना जा रहा है कि निजी आईटीआई की बढ़ती संख्या भी इसका एक बड़ा कारण है। इस बारे में परिषद के संयुक्त निदेशक सत्यकांत कहते हैं कि प्रवेश के लिए पिछले सालों में भी लगभग इतने ही आवेदन आए हैं। विद्यार्थियों का रुझान बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
20 अगस्त तक अपडेट कर सकेंगे संस्थान व ब्रांच
प्रदेश में राजकीय, एडेड व निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा चल रही है। इसके लिए प्रवेश पत्र डाउनलोड होने के समय अभ्यर्थियों ने संस्थान व ब्रांच की वरीयता दी है। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव एसके श्रीवास्तव ने बताया कि अभ्यर्थी प्रवेश पत्र डाउनलोड करने के समय दिए प्रवेश के लिए संस्थान व ब्रांच के विकल्प को आगे भी 20 अगस्त तक अपडेट कर सकते हैं। बता दें कि प्रवेश पत्र के लिए यह विकल्प भरना अनिवार्य किया गया था।
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