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![ऐतिहासिक: ताइवान में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन, प्रवासी भारतीयों ने जताई खुशी, एंडी सिंह की रही अहम भूमिका Taiwan First hindu temple Inauguration indian diaspora Expressed Happiness](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/03/12/750x506/hindu-temple-bells-why-do-bells-rings-before-entering-to-temple_1678630658.jpeg?w=414&dpr=1.0)
मंदिर। फाइल फोटो
– फोटो : iStock
विस्तार
भारत के साथ सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ करने वाले एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत ताइवान में पहले हिंदू मंदिर का अनावरण किया गया। यह दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों में एक मील का पत्थर है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का श्रेय भारतीय प्रवासी और ताइवान में एक प्रसिद्ध भारतीय रेस्टोरेंट के मालिक एंडी सिंह आर्य को जाता है।
भारत-ताइवान के लिए ऐतिहासिक क्षण
ताइवान में रहने वाली भारतीय नागरिक सना हाशमी ने मंदिर के उद्घाटन पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस मंदिर की स्थापना भारत में भारतीय समुदाय के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने के लिए ताइवान की गहरी प्रतिबद्धता को दिखाता है। मंदिर का उद्घाटन भारत-ताइवान संबंधों की सांस्कृतिक जुड़ाव में एक ऐतिहासिक क्षण है। ताइवान में आईआईटी-इंडियंस की संस्थापक डॉ. प्रिया लालवानी पुर्सवेनी ने जोर देकर कहा कि यह भारत-ताइवान सांस्कृतिक संबंधों में एक ऐतिहासिक क्षण है। ताइवान में न केवल भारतीय बल्कि ताइवानी मित्र भी इसकी आवश्यकता की ओर इशारा करते रहे हैं। हमें उम्मीद है कि यह शुभ विकास ताइवान में शांति और खुशी का आशीर्वाद लाएगा।
ताइवान-भारत के बढ़ते आर्थिक सहयोग को दर्शाया
इस मंदिर का निर्माण राजनयिक प्रयासों के विस्तार की पृष्ठभूमि में हुआ है। ताइवान ने हाल ही में मुंबई में ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र स्थापित करने की योजना का एलान किया था। यह आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देने का केंद्र है। यह मंदिर न केवल आध्यात्मिक महत्व को दिखाता है बल्कि ताइवान और भारत के बीच बढ़ते आर्थिक सहयोग को भी प्रकट करता है। भारत और ताइवान के द्विपक्षीय व्यापार के फलने-फूलने और प्रौद्योगिकी, चिकित्सा उपकरणों और ऑटोमोबाइल घटकों सहित विभिन्न क्षेत्रों में 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश के साथ संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंचने के लिए तैयार हैं।
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