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![भारतीय खिलाड़ी वीजा मामला: चीनी दूत ने रिश्ते मजबूत करने का किया आह्वान, कहा- भारत के साथ काम करने को इच्छुक visa denial to Indian wushu players row Chinese envoy calls for strengthening bilateral ties](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2020/04/02/india-china-flag_1585778528.jpeg?w=414&dpr=1.0)
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– फोटो : social media
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एशियाई खेलों में शामिल तीन भारतीय वुशू खिलाड़ियों को चीनी दूतावास ने वीजा देने से इनकार कर दिया, जिस पर बवाल जारी है। तीनों खिलाड़ी अरुणाचल प्रदेश के रहवासी हैं। मामले में चीनी दूत ने टिप्पणी की है। उन्होंने स्वस्थ और स्थिर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया है।
कोलकाता में चीनी महावाणिज्य दूत लियू ने कहा कि भारत और चीन के बीच संबंध वर्तमान में स्थिर हैं। दोनों देशों के नेताओं में बातचीत जारी है। द्विपक्षीय संबंधों के विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत के साथ काम करने के इच्छुक हैं। पड़ोसी देश विश्व शांति के निर्माता, वैश्विक विकास में योगदानकर्ता और व्यापक दृष्टिकोण के साथ अतंरराष्ट्रीय व्यवस्था के रक्षक के रूप में भारत के साथ काम करने के लिए इच्छुक हैं। स्थिर और स्वस्थ चीन-भारत संबंध दोनों देशों के नागरिकों के बुनियादी हित में है। दोनों देशों का सामान्य विकास दुनिया के भविष्य से संबंधित है। खिलाड़ियों को वीजा देने से इनकार करने के मामले में उन्होंने कहा कि एशियाई खेल सबका खेल है। हम एक परिवार हैं। यह द्विपक्षीय मुद्दा है। मैं आपको चीनी दूतावास पहुंचने के लिए आमंत्रित करता हूं।
भारतीय खिलाड़ियों न्येमान वांगसु, ओनिलु तेगा और मेपुंग लाम्गु को वीजा देने से इनकार करने के विरोध में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने हांगझू की अपनी आगामी यात्रा रद्द करने का फैसला किया है। भारत का कहना है कि हम किसी भी भारतीय के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार नहीं करते। अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग है और अभिन्न अंग ही रहेगा।
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