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![यूपी: जिला बनने के बाद अमरोहा में पहली बार महिला दरोगा को थाने की कमान, सीएम के निर्देश के बाद दिया गया चार्ज UP: first time after formation district woman sub-inspector will command police station in Amroha](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/10/01/inspector-alka-chaudhary_1696143942.jpeg?w=414&dpr=1.0)
अमरोहा की महिला दरोगा अलका चौधरी
– फोटो : संवाद
विस्तार
अमरोहा जिले में पहली बार महिला दरोगा को थाने की कमान सौंपी गई है। दरोगा अलका चौधरी को रजबपुर थाने की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले वह महिला सहायता प्रकोष्ठ में थीं। वहीं रजबपुर एसओ रमेश चंद्र सहरावत को थाने से हटाकर एसओजी प्रभारी बनाया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसपी ने महिला एसओ को थाने की कमान सौंपी है। मुरादाबाद से अलग होने के बाद अमरोहा को वर्ष 15 अप्रैल 1997 में जिला बनाया गया। तब से अब तक महिला थाने को छोड़ किसी की कमान महिला इंस्पेक्टर या दरोगा को नहीं सौंपी गई थी।
हाल में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए थे कि अब प्रत्येक जिले में एक थाने की कमान महिला को सौंपी जाएगी। इसके बाद एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने शुक्रवार को महिला सहायता प्रकोष्ठ महिला परामर्श केंद्र में तैनात दरोगा अलका चौधरी को रजबपुर थाने का चार्ज सौंपा है।
अलका चौधरी इससे पहले कुछ समय तक महिला थाने की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं, लेकिन उनके लिए हाईवे स्थित रजबपुर थाने की जिम्मेदारी संभालना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। आए दिन किसानों के आंदोलन, हाईवे जाम, टोल प्लाजा पर हंगामा-मारपीट के मामले लगे रहते हैं।
इतना ही नहीं रजबपुर थाना हाईवे पर चोरी, लूटपाट, सड़क हादसे, शराब और पशु तस्करी को लेकर सुर्खियों में रहता है। गैर जनपदों में हत्या कर शव फेंकने की घटना भी होती रहती हैं। रमेश सहरावत ने एसओ रहते थाने को बेहतर ढंग से चलाया। करीब 21 महीने लंबा उनका कार्यकाल रहा।
मालूम रहे कि मुख्यमंत्री ने पांच दिन पहले अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था संबंधित बैठक की थी। जिसमें उन्होंने अधिकारियों को अपने अपने जिले की तेज तर्रार महिला पुलिस कर्मियों को बड़ी और अहम जिम्मेदारी देने के निर्देश दिए थे।
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